समस्त प्रकृति में,सूर्य से ही लालिमा है। बाक़ी दुनिया भले उगते सूर्य को नमस्कार करे,मगर बिहार के लोगों ने इसे इतनी अच्छी तरह आत्मसात् किया है कि वहां छठ में,अस्ताचल सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है।
मेडिकल डॉक्टर, न्युक्लीअर मेडीसिन फिजिसियन--
ओ आर एस पर शोध में गोल्ड मैडल--
एपीडेमिक ड्रोप्सी पर डायग्नोस्टिक क्राइटेरिया --
सरकार से स्टेट अवार्ड प्राप्त--
दिल्ली आज तक पर --दिल्ली हंसोड़ दंगल चैम्पियन --
नव कवियों की कुश्ती में प्रथम पुरूस्कार ---
अब ब्लॉग के जरिये जन चेतना जाग्रत करने की चेष्टा --
अपना तो उसूल है, हंसते रहो, हंसाते रहो. ---
जो लोग हंसते हैं, वो अपना तनाव हटाते हैं. ---
जो लोग हंसाते हैं, वो दूसरों के तनाव भगाते हैं. ---
बस इसी चेष्टा में लीनं.
सौन्दर्य की छटा लिये सूर्यास्त..
जवाब देंहटाएंसमस्त प्रकृति में,सूर्य से ही लालिमा है। बाक़ी दुनिया भले उगते सूर्य को नमस्कार करे,मगर बिहार के लोगों ने इसे इतनी अच्छी तरह आत्मसात् किया है कि वहां छठ में,अस्ताचल सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है।
जवाब देंहटाएंBeautiful Pictures...
जवाब देंहटाएंवाह जी वाह ! आपने तो एक साथ सारा ब्रह्माण्ड धुमा दिया डॉ साहेब
जवाब देंहटाएंआपकी आँखों से देखा आज सूर्यास्त .
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