शुक्रवार, 24 अगस्त 2012

दुनिया की अद्भुत रेल यात्रायें ---



पहाड़ी नदी के समानांतर चलती सड़क और रेल, मानो आपस में होड़ लगा रही हों .




इस जगह तो सड़क भी खतरनाक दिखती है . फिर रेल तो कमाल दिखा रही है .




बर्फ से ढकी पहाड़ियों के बीच बर्फीली घाटी से गुजरती रेल .



झील को चीरती रेल तो पहली बार देखी है .



कंधे से कन्धा मिलाकर चलती रेल .




अंत में केटर पिलर रेल .


नहीं जानते ये ट्रेन्स कहाँ की हैं . शायद आप बता पायें !




सोमवार, 13 अगस्त 2012

स्वतंत्रता दिवस की ६५ वीं वर्षगांठ पर -- शहीदों के नाम ...




विश्व का सबसे ऊंचा युद्ध मैदान -- सियाचिन , जहाँ वर्ष के हर दिन बर्फ में ढके पहाड़ मनुष्य की ताकत और सहनशीलता को चुनौती देते हैं .

क्या पाकिस्तान के कहने पर यहाँ से फौजों को हटाया जा सकता है ?





हर मौसम , हर हाल में , दिन रात मुस्तैद रह कर रक्षा करते हैं ये सीमा की .





यही घर है , यही रैन बसेरा -- यही महल है इनका .





ये बर्फीली पहाड़ियां ही जीवन है इनका .





झील का ठंडा पानी पीकर मस्त रहते हैं ये बाँकुरे .




शहीदों को नमन .




यदि ये न होते तो आज हम सुख शांति की जिंदगी न जी रहे होते .

नोट : आभार डॉ राजेश सोबती .


मंगलवार, 7 अगस्त 2012

अफ्रीका के जंगलों से ---

सावन गुजर गया . लेकिन यहाँ सावन की काली घटा अभी ही छाई है . देखते हैं , कुछ ऐसी ही तस्वीरें --
































नोट : सभी तस्वीरें इ-मेल से प्राप्त .