गुरुवार, 20 फ़रवरी 2014

तुम बेसहारा हो तो , किसी का सहारा बनो ---


कुछ पेड़  ऐसे  हैं जो बहार  आने में पिछड़ जाते हैं । लेकिन फिर भी उनसे हरियाली में चार चाँद लग जाते हैं।
ऐसे ही हैं ये कुछ सूखे पेड़ जो नेहरू पार्क की शोभा बढ़ा रहे हैं।   









































इस सूखे पेड़ ने अपना रास्ता निकाल लिया है, किसी को सहारा देकर।




1 टिप्पणी:

  1. सब हरे भरे हो जायेंगे, समय आने पर। सहारा बने एक दूसरे के, सुन्दर भाव।

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