सोमवार, 3 अक्तूबर 2011

कुछ रहस्यमयी , कुछ मनभावन तस्वीरें ---

आसमान से --


फ़रिश्ते उतर आए ज़मीं पर --



दुनिया रंगीन हो गई --



चाँद ने भी झांक कर देखा पेड़ों की ओट से --



बादल भी निहारने लगे पृथ्वी को --



पाताल में भी रंग बिखर गए --



रात भी कम रंगीन नहीं रही --



जिंदगी हर हाल में सरपट दौड़ती है --



सिर्फ पृथ्वी ही गोल नहीं है ---



पृथ्वी पर जीवन के भी अनेक रूप हैं ---



अन्तरिक्ष की ओर उड़ान---



ज़मीन पर जब शाम होने लगी --



तब आसमान में भी रंगों की छटा उभर आई .....


तो यह था ज़मीं से आसमाँ , और आसमाँ से ज़मीं तक का सफ़र .