दिल्ली के दिल्ली हाट में हर साल लगता है --ग्रामीण उत्पादों की प्रदर्शनी और मेला । यहाँ देश के विभिन्न राज्यों के कास्तकार अपने आर्ट और क्राफ्ट की सेल लगाते हैं ।
प्रवेश द्वार --एंट्री टिकेट मात्र २० रूपये ।
दक्षिण भारतीय आर्ट ।
यह पेंटर वर्तमान हालातों का पूरा फायदा उठाते हुए अपनी कला का प्रदर्शन कर रहा था ।
भीड़ का एक मनोरम दृश्य ।
ओपन एयर थियेटर जहाँ शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं ।
मोडर्न आर्ट --एक नमूना ।
शो से पहले आराम फरमाती हुई कठपुतलियां ।
ये ग्रामोफोन बीते दिनों की याद दिलाते हुए ।
खाने के लिए सभी राज्यों की स्टाल लगी हैं जहाँ स्वादिष्ट खाना उचित दाम पर मिलता है ।
मेले में हैंडीक्राफ्ट्स का सामान सीधे कारीगरों से खरीदना का अच्छा अवसर मिलता है । आप चाहें तो खूब बारगैनिंग भी कर सकते हैं ।
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बढिया चित्र, हाट के बनने का समय याद आ गया।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया ..ऐसा ग्रामोफोन हमारे पास भी था जिस पर दादाजी कुंदन लाला सहगल के रिकार्ड बजाते थे ..
जवाब देंहटाएंचित्रों में सिमटा पूरा समारोह..
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे चित्र!
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