प्रस्तुत हैं कुछ तस्वीरें , यादों के पिटारे से ----

दूर इस झील के पार हमारा घर है ----।

ओहरे ताल मिले नदी के जल में , नदी मिले सागर में ---।

उफान पर नदी ।

अंग्रेजों की रातें बड़ी रंगीन होती हैं ---।

शाम होते ही पंछी घर की ओर चल देते हैं ----।

दो देश ---एक तरफ दिन , एक तरफ रात ----।

चौड़े पाट वाली नदी , कैसा रूप धारण कर लेती है ----।

थोडा दाना हमें भी ----।

आजा शाम होने आई , मौसम ने ली अंगडाई ----।

ये छोटे छोटे हवाई ज़हाज़ हैं या ----। क्या उड़ान है !

इंसान का सच्चा स्वरुप ----।

इस गाड़ी का नाम जानते हैं ?

शांत झील में थोड़ी सी खलबली ----।

ये शांत झील और ये शाम का समां ----।

ये कहाँ आ गए हम ---ये आ रहे हैं या जा रहे हैं ?