पिछले महीने पल्स पोलिओ अभियान के दौरान दिल्ली के एक ऐसे क्षेत्र में जाकर निरीक्षण करना पड़ा जहाँ आम तौर पर कभी जाना नहीं होता ।
प्रस्तुत हैं इस क्षेत्र की कुछ तस्वीरें जो मोबाईल कैमरे से ली गई हैं ।
प्रस्तुत हैं इस क्षेत्र की कुछ तस्वीरें जो मोबाईल कैमरे से ली गई हैं ।
गली में एक पब्लिक स्कूल ।
साईकल और साईकल रिक्शा --मुख्य वाहन ।
लेकिन स्कूल बसें और कारें भी , भले ही गंदगी के बीच ।
खुली नालियां --यहाँ अभी भी सीवर लाइन नहीं है।
एक रिक्शा पर पूरी की पूरी दूकान आ जाती है ।
देसी ट्रांसपोर्ट --ट्रेक्टर ।
बिजली तो यहाँ भी है लेकिन शायद साझली ।
और यह ओपन एयर हेयर कटिंग सैलून । क्या हुआ ग़र नाली के ऊपर है । बाल तो यहाँ भी फैशन के ही काटे जाते हैं ।
ये मेरा इंडिया आई लव माई इंडिया...
जवाब देंहटाएंशानदार फोटो खींचे हैं आपने...बधाई.
नीरज
डॉ साहेब, ऐसी दिल्ली मैने देखी हे ---शुकुर बस्ती ! जहाँ कभी हमारे रिश्तेदार रहते थे -- सचित्र कथा |
जवाब देंहटाएंचलिये आप ने भी हमारी दिल्ली के दर्शन कर लिये, असली भारत यही हे जी
जवाब देंहटाएंये हुई ना कोई बात,
जवाब देंहटाएंअसली इंडिया भदेस इंडियन यही हैं।
जबरदस्त तस्वीरें ले आये आप...
जवाब देंहटाएंट्रेक्टर तो हमने चलाया भी बहुत है, ट्रॉली के साथ चलाना हालांकि बहुत मुश्किल होता है।
जवाब देंहटाएंशानदार !
भारत विविधताओं का देश है .दिल्ली उसकी राजधानी है जिसकी विविधताएँ आपने दिखा दीं.
जवाब देंहटाएंदिल्ली के दर्शन! असली भारत यही हे जी|
जवाब देंहटाएंयही सही दिल्ली है ...
जवाब देंहटाएंआपके मोबाइल का कैमरा अच्छा है दराल जी पिक्चर्स क्वालिटी अच्छी आई है।
जवाब देंहटाएंsir, shining india me real bharat ki tasveerw hain ye.....
जवाब देंहटाएंये ही तो असली शहर है,
जवाब देंहटाएंजहां नेता रहते है, वो तो छलावा है, आम भारतीयों के लिये,