विपरीत परिस्थितियों में मूढ़ ठीक करने के लिए तस्वीरों से ज्यादा बेहतर भला क्या हो सकता है । तस्वीरें भी यदि प्रकृति की हों तो क्या कहने ।
प्रस्तुत हैं मेरी पसंद की अप्रकाशित तस्वीरें , पिछली कनाडा यात्रा से ।
शाम के धुंधलके में झील का नज़ारा ।
नदी के ऊपर यह प्लेटफार्म ।
एक और शाम ।
नदिया के प़ार ।
जंगल में ।
पूर्ण शांति ।
जिस गाँव की सड़कें ऐसी हों , वहां जिंदगी कैसी होगी !
यहाँ ड्राइव करने का मज़ा ही कुछ और है ।
पंछी की परवाज़ ।
नीले आसमान पर सफ़ेद बादलों की छटा ही निराली है ।
सूरज झाँकने की कोशिश करता हुआ ।
एक प्राकृतिक सौन्दर्य ।
एक फ्रेंच स्टाइल का मकान ।
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बहुत सुन्दर चित्रावली है।
जवाब देंहटाएंआभार
अरे वाह सभी चित्र बहुत सुंदर ..... थैंक्स
जवाब देंहटाएंअद्भुत चित्र..जिनती बार देखो नए लगते हैं...आप तो कमाल के फोटोग्राफर हैं...बधाई स्वीकार करें...
जवाब देंहटाएंनीरज
अति सुंदर चित्र, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआप का ई मेल ओर फ़ोन ना० मेरे पास नही कृप्या मुझे दोनो मेल मे भेज दे आप से फ़ोन पर बात करनी हे , फ़िर से धन्यवाद
प्रकृति का सान्निध्य ऐसा है,मानो मां की गोद में बच्चा!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर|
जवाब देंहटाएंघुघूती बासूती
sundar tasverein .. shukriya share karne ke liye..
जवाब देंहटाएंmere blog par bhi sawagat hai..
Lyrics Mantra
thankyou
Wah ji wah....kia tasveer hai...dil khush hua...
जवाब देंहटाएंSuraj vala chitar bahut sundar hai .
bariksh ne oda
patoon ka gunghat
suraj jhateean mare...
बहुत सुन्दर चित्रकथा है ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चित्र..नव वर्ष की बधाई...
जवाब देंहटाएंडा. सा :
जवाब देंहटाएंघर बैठे कनाडा की सैर करवाने तथा आकर्षक चित्र -झांकी दिखने के लिए धन्यवाद.