बुधवार, 20 जनवरी 2010

देखिये दिल्ली की धुंध और दिल्ली की सर्दी------.

आज सुबह जब हॉस्पिटल जाने के लिए तैयार हुआ और बाहर निकलकर बालकनी से देखा, तो देखकर दांग रह गया। साढ़े आठ बजे भी सामने वाला ब्लॉक नज़र नहीं आ रहा था।


कुछ देर इंतज़ार कर जब सड़क पर पहुंचे , तो ऐसा नज़ारा था।

रास्ते में आने वाले फ्लाई ओवर पर भी धुंध ही धुंध। दायीं ओर मेट्रो लाइन मुश्किल से ही नज़र आ रही थी।

हॉस्पिटल के सामने वाली सड़क भी कुछ ऐसी थी।

हॉस्पिटल तक पहुंचते पहुंचते थोड़ी राहत मिली धुंध से।

अक्सर इस तरह की धुंध दिल्ली में दिसंबर के आखरी सप्ताह या जनवरी के पहले सप्ताह में ही देखने को मिलती है। लेकिन इस बार सर्दी पड़ी ही जनवरी में जाकर। चलिए कुछ दिन तो सर्दी और धुंध का भी आनंद लिया जाये। उसके बाद तो गर्मी आनी ही है, जिसके बारे में सोचकर ही पसीने छूटने लगते हैं।




14 टिप्‍पणियां:

  1. यहाँ लखनऊ में भी बिलकुल ऐसी ही ठण्ड पड़ रही है.... आज टी.वी. पर भी दिल्ली कि सर्दी दिखा रहा था....

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  2. mausam ke mizaaz me badlaaw aa raha hai ye baat aapne apne anubhav se bhi jani. ye jan kar lagta hai ki kahi to kuchh gadbad hai.

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  3. पूरे उत्तर भारत में ऐसा ही नज़ारा है, जी!
    --
    "सरस्वती माता का सबको वरदान मिले,
    वासंती फूलों-सा सबका मन आज खिले!
    खिलकर सब मुस्काएँ, सब सबके मन भाएँ!"

    --
    क्यों हम सब पूजा करते हैं, सरस्वती माता की?
    लगी झूमने खेतों में, कोहरे में भोर हुई!
    --
    संपादक : सरस पायस

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  4. लेकिन लाईट किसी ने भी नही जलाई अपनी अपनी कार की, जब की हमारे यहां ऎसी धुंध मे एकस्ट्रा लाईट जलाते है ताकी दुसरो को हम दिख सके, हमारी कार दुर से दिख सके जिस से एकसीडेंट कम होते है, लेकिन यह कब तक रहेगी? शायद एक आध बरसात आये तो ठीक हो जाये
    बसंत पंचमी की बधाई

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  5. सही कहा राज जी।
    मैंने कनाडा में देखा था , वहां तो लोग दिन में भी लाईट ज़ला कर चलाते हैं।
    वैसे ज्यादा धुंध में हम भी फोंग लैम्प या डिस्ट्रेस लाइट जलाकर चलते हैं।

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  6. संसार की हर शह का इतना ही फ़साना है,
    इक धु्ंध से आना है, इक धुंध में जाना है...

    जय हिंद...

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  7. डॉक्‍टर साहब बाकी तो सब ठीक है
    पर आपने अस्‍पताल का नाम नहीं बतलाया है
    दूसरे आपने कोहरे के कहर से लड़ने के लिए भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा ईजाद की गई गोली की जानकारी नहीं दी है, जिसके सेवन के 15 मिनिट के बाद से दो घंटे के लिए कोहरे के बहरेपन से आंखों को मुक्ति प्राप्‍त होती है।
    यह मजाक है या मजेदारी ... इस पर आपकी प्रतिक्रिया की है इंतजारी।।

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  8. क्या दराल साहब ,इन चित्रों को गर्मी के लिए रखिये न !

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  9. बाप रे, इतनी धुंध!! बड़े खराब हालात हैं!!

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  10. क्या नजारा है , बस धुंध ही धुंध

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  11. वाह दिल्ली में यूं तो आसमान ही दिखाई दे जाए तो बड़ी बात है फोटो तो और भी बढ़िया हैं

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  12. @ मनु

    जगह भरी धुंध भरी है
    गर्मी में देखिएगा
    ठंडक मिलेगी
    धुंध पसीना बनेगी।

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