शनिवार, 25 जनवरी 2014

सीजनल फूलों की बहार -- मेक हे वाइल द सन शाइंस !


क्या आपने कभी फूलों को ध्यान से देखा ? एक नज़र देखते ही देखिये कैसे सारी थकान उतर जाती है ,  सारे तनाव  मिट जाते हैं।         


 फूलों के रंग , आकृति और नाज़ुकपन बरबस मन मोह लेता है।



इसे देखिये , कैसे चिलमन के पीछे से झांकती दुल्हन के चेहरे सा लग रहा है।




यह तो मानो कोई शरमाई सी षोडशी अधखुले किवाड़ के पीछे से झाँक रही हो !




किसी नवयौवना के खिले रूप सा यह पुष्प देखकर तो कोई भी दीवाना हो सकता है ।




 इसने तो जैसे शादियों के सीजन में श्रृंगार कर लिया हो।




एक परिपक्व पुष्प एक अधखिली कलि के साथ रोमांस करता हुआ।




ये वाला तो मस्त है बॉस !




रंग ए हरियाली।



इसका अपना अंदाज़ है।




गुलाबी तो है पर गुलाब नहीं।



पीताम्बर।



ये वाला तो जैसे स्टाइल मार रहा है।

नोट : ये फूलों की बहार सीजनल है।  मेक हे वाइल द सन शाइंस ! 



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