देश का भविष्य
तो बताइये , कौन सा लगा सबसे मजेदार !
नोट : सभी चित्र साभार श्री जे सी जोशी जी से ई-मेल द्वारा प्राप्त !
किस्मत अपनी अपनी ।
हेंड्स फ्री --बिहारी इस्टाइल । अब कोई पुलिस वाला भला क्या चालान कटेगा ।
अब चोर तो क्या चोर का बाप भी न साईकल चुरा सकता है , न चप्पलें ।
गोवा की रंगीनियाँ । यहाँ सब कुछ रंगीन है ।
अरे दादी चिंता क्यों करती है । अभी पहुंचाते हैं तुम्हे दादा के पास ।
इसे कहते हैं --चक्के पे चक्का । लेकिन सीट रिजर्व्ड है भाई ।
परन्तु अपनी तो यही सवारी बेस्ट है बापू । अब सवारी है तो स्कूल पैदल क्यों जाऊं ।
ताकत आजमाने का यह तरीका भी बढ़िया है । इस हसीन लड़ाई पर वारी वारी जाऊं ।
लेकिन शांति से बिना लड़े भी हराया जा सकता है । देखिये वो मेन स्पेशल ।
कोई देख सुन रहा है !
सुबह के आठ बजे तक भी सामने वाला ब्लॉक मुश्किल से दिखाई दे रहा था ।
बालकनी में झाँका तो यह कबूतर नज़र आया ।
दरवाज़ा खोल कर सामना हुआ ।
हमें फोटो लेते देख , यह भी पीछे देखने लगा ।
जहाँ नीचे सड़क बिल्कुल दिखाई नहीं दे रही थी ।